आत्मनिर्भर भारत के लिए एकजुट होकर काम करें: ‘कर्मचारी संकल्प सम्मेलन’ में बोले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

मंत्री ने कहा कि जैव-उत्तेजकों (बायोस्टिमुलेंट्स) के नाम पर बिक रही 30 हज़ार दवाओं पर रोक लगाई गई है और तीन स्तर पर प्रमाणन की व्यवस्था बनाई गई है। साथ ही नकली खाद, बीज और कीटनाशकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है।

Shivraj Singh Chouhan Calls for a United Effort for 'Self-Reliant India' at 'Karmachari Sankalp Sammelan'
Shivraj Singh Chouhan Calls for a United Effort for 'Self-Reliant India' at 'Karmachari Sankalp Sammelan'

नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में आज नई दिल्ली स्थित पूसा के सी. सुब्रहमण्यम हॉल में ‘कर्मचारी संकल्प सम्मेलन’ का वृहद आयोजन हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, कृषि मंत्रालय के सचिव देवेश चतुर्वेदी, ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेश कुमार सिंह, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम.एल. जाट सहित दोनों मंत्रालयों के अनेक अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर कर्मचारी और अधिकारी राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “हमारा काम फाइलों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि जनता की जिंदगी में दिखाई देना चाहिए।” मंत्री ने अगले वर्ष इस सम्मेलन का नाम ‘कर्मयोगी संकल्प सम्मेलन’ रखने का सुझाव भी दिया।

शिवराज सिंह चौहान ने कृषि क्षेत्र की चुनौतियों—दलहन, तिलहन, कपास के उत्पादन में वृद्धि और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा—का उल्लेख करते हुए साझा प्रयासों से समाधान पर बल दिया। उन्होंने बताया कि ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के दौरान वैज्ञानिकों की 2,170 टीमों ने गाँव-गाँव जाकर किसानों से संवाद किया और 500 से अधिक शोध विषय सामने आए।

ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उपलब्धियों का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित 3 करोड़ लखपति दीदियों के लक्ष्य के मुकाबले लगभग 2.8 करोड़ महिलाएँ पहले ही आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। उन्होंने बताया कि 114 दिन के रिकॉर्ड समय में ग्रामीण आवास का निर्माण हुआ है और सड़कों व आवास योजनाओं से गाँवों का जीवनस्तर सुधरा है।

मंत्री ने कहा कि जैव-उत्तेजकों (बायोस्टिमुलेंट्स) के नाम पर बिक रही 30 हज़ार दवाओं पर रोक लगाई गई है और तीन स्तर पर प्रमाणन की व्यवस्था बनाई गई है। साथ ही नकली खाद, बीज और कीटनाशकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। उन्होंने सभी कर्मचारियों को प्रधानमंत्री के स्वदेशी उत्पाद अपनाने के आह्वान को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की शपथ भी दिलवाई।

अंत में उन्होंने कर्मचारियों से व्यक्तिगत जीवन और परिवार के लिए भी समय निकालने की सलाह दी। चौहान ने कहा कि “काम करने के तीन दृष्टिकोण होते हैं—दुखी होकर, संतुष्ट भाव से और प्रसन्नता व ऊर्जा के साथ। तीसरा दृष्टिकोण ही जीवन और कार्य में सकारात्मक बदलाव लाता है।”

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

© 2025 Breaking News Wale - Latest Hindi News by Breaking News Wale