नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में आयोजित ‘मेघालय अनानास महोत्सव-2025’ में भाग लिया। इस कार्यक्रम में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा सहित केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत अनानास से संबंधित विभिन्न समझौता ज्ञापनों के आदान-प्रदान से हुई। इसके बाद, केंद्रीय मंत्री ने ‘कृषि क्षेत्र में मेघालय की प्रगति’ से जुड़ी एक संदर्भ पुस्तिका का विमोचन किया।
अपने संबोधन में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मेघालय के अनानास स्वाद और गुणवत्ता में विशिष्ट हैं। उन्होंने कहा कि मेघालय के अधिकतर कृषि उत्पाद जैविक हैं, जिनका प्रमोशन किया जाना चाहिए। उन्होंने फल, मसाले, हल्दी, अदरक, कॉफी, चाय, कटहल और मशरूम सहित अन्य सभी उत्पादों की उच्च गुणवत्ता की प्रशंसा की।
LIVE: Hon'ble Union Minister Shri @ChouhanShivraj Ji addresses in meghalaya pineapple Fest-2025 at Dilli Haat, NEW DELHI. https://t.co/xZO5YdGQAg
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) August 1, 2025
केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार मेघालय के उत्पादों को राज्य से बाहर और विदेशों में निर्यात करने के लिए राज्य सरकार और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और कृषि के साथ-साथ सभी विकास कार्यों में केंद्र सरकार द्वारा मेघालय की पूरी मदद की जाएगी।
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि वह जल्द ही वैज्ञानिकों की एक टीम के साथ फिर से मेघालय का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले के दौरे में किसानों ने कृषि उत्पादों की ‘शेल्फ लाइफ’ बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग बहुत जरूरी है और सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित की हैं। इसके अलावा, ‘एयर लिफ्टिंग’ और ट्रेन के जरिए उत्पाद भेजने के विकल्पों पर भी काम किया जाएगा।
अंत में, केंद्रीय कृषि मंत्री ने छात्रों और युवाओं से कृषि स्टार्टअप में भागीदारी करने का आह्वान किया और देशवासियों से मेघालय के उत्पादों का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारे देश के उत्पाद दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं, और हमें उनका उपयोग करना चाहिए।
