आंध्र प्रदेश: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आंध्र प्रदेश में किसानों और स्वयं सहायता समूह की दीदियों से संवाद किया। उन्होंने खेतों में जाकर प्राकृतिक खेती का अवलोकन किया और इसे कम लागत और अधिक मुनाफा देने वाला मॉडल बताया।
चौहान ने किसानों से कहा, “मैं जहां भी जाता हूं, खेतों में जरूर जाता हूं। खेतों में गए बिना खेती को समझा नहीं जा सकता। आज मैंने प्राकृतिक खेती देखी, जिसमें लागत बहुत कम और लाभ अधिक है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत के किसानों को पीछे नहीं रहना है, भले ही उनके पास जमीन की जोत कम हो। आधुनिक तकनीक और स्मार्ट खेती को अपनाकर खेती को लाभकारी व्यवसाय में बदलना जरूरी है।
अपने संवाद के दौरान उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, जिन्हें प्यार से दीदी कहा जाता है, को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “आप अबला नहीं, सही मायनों में सबला हैं। मैंने आपके बनाए उत्पाद देखे, मुझे गर्व हुआ।” चौहान ने दीदियों को आत्मनिर्भर बनने का संदेश देते हुए कहा कि “गरीब नहीं रहना है, हाथ नहीं फैलाना है, सम्मान के साथ जीना है।”
आज आंध्रप्रदेश के सत्य साईं जिले के पुट्टपर्थी में स्वयं सहायता समूह की बहनों से चर्चा की। साथ ही बहनों द्वारा तैयार उत्पादों को देखा, वे सचमुच चमत्कार कर रही हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 10, 2025
बहनों! तुम निरंतर आगे बढ़ो, तुम्हारी आंखों के हर सपने को पूरा करने में तुम्हारा भाई कोई कसर नहीं छोड़ेगा। pic.twitter.com/oiKq3CcenL
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प का ज़िक्र किया जिसमें 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 1.5 करोड़ से अधिक दीदियां लखपति बन चुकी हैं। सरकार हर दीदी को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने, उन्हें ट्रेनिंग, बैंक लिंकेज, और मार्केटिंग-ब्रांडिंग की सुविधा देकर उद्यमी बना रही है।
अंत में उन्होंने कहा, “अब बहनों को लखपति ही नहीं, बल्कि करोड़पति बनाना है। मुझे पूरा विश्वास है कि दीदियां छोटे से बड़े उद्योग तक खड़ा करेंगी और आंध्र प्रदेश सहित पूरे देश में विकास की नई लकीर खींचेंगी।”
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री @ChouhanShivraj ने आज आन्ध्र प्रदेश में किसानों एवं स्वयं सहायता समूह की दीदियों से संवाद किया
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) July 10, 2025
उन्होंने किसानों से कहा कि मैं जहां भी जाता हूं वहां किसानों के खेतों में जरूर जाता हूं। खेतों में जाये बिना कोई भी खेती… pic.twitter.com/RgGjsZOEsi
