मानेसर, गुरुग्राम: लोकसभा अध्यक्ष, ओम बिरला कल, 03 जुलाई, 2025 को मानेसर, गुरुग्राम स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
इस उद्घाटन सत्र में भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्री, श्री मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री, श्री नायब सिंह, हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष, श्री हरविन्द्र कल्याण और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य देश में तेजी से हो रहे शहरीकरण के संदर्भ में शहरी स्थानीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करना है। साथ ही, इसका लक्ष्य लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुदृढ़ करना, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना और शहरी शासन के नए तौर-तरीकों को उजागर करना भी है।
इस दो दिवसीय सम्मेलन का विषय है: “संवैधानिक लोकतंत्र को सुदृढ़ करने और राष्ट्र निर्माण में शहरी स्थानीय निकायों की भूमिका”। सम्मेलन में पूरे देश से आए प्रतिनिधि निम्नलिखित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे:
- लोकतंत्र के आधारभूत स्तंभों के रूप में शहरी स्थानीय निकाय: आम परिषद की बैठकों के संचालन के लिए मॉडल पद्धति और प्रक्रिया संहिता तैयार करना।
- समावेशी विकास और प्रगति के साधन के रूप में शहरी स्थानीय निकाय: संवैधानिक जनादेश को पूरा करने के लिए नगरपालिका शासन को अधिक प्रभावी बनाना।
- 21वीं सदी के भारत के वास्तुकारों के रूप में शहरी स्थानीय निकाय: 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में स्थानीय निकायों का योगदान।
- महिलाओं के सशक्तीकरण के साधन के रूप में शहरी स्थानीय निकाय: महिलाओं को समाज और राजनीति में नेतृत्व के लिए तैयार करना।
- नवाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं के केंद्र के रूप में शहरी स्थानीय निकाय: आमजन तक सेवाएं पहुंचाना और नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना।
सम्मेलन के दूसरे दिन, 4 जुलाई, 2025 को शुरुआती सत्र में पांचों समूह अपने-अपने उप-विषयों पर प्रस्तुतियां देंगे। इसके बाद समापन सत्र में हरियाणा के राज्यपाल, श्री बंडारू दत्तात्रेय उपस्थित विशिष्टजनों को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर राज्य सभा के उपसभापति, श्री हरिवंश, हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष, श्री हरविन्द्र कल्याण और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।
सम्मेलन के समापन दिवस पर प्रतिनिधियों को प्रेरणा स्थल, संविधान सदन और संसद भवन का दौरा भी कराया जाएगा, ताकि वे भारतीय लोकतंत्र के इन महत्वपूर्ण संस्थानों को करीब से देख सकें।
