कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भोपाल में दिए गए एक बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर सतेंद्र लोहिया ने राहुल गांधी के “लंगड़ा घोड़ा” वाले कथन पर नाराज़गी जताते हुए सोशल मीडिया मंच X (पूर्व ट्विटर) पर सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण की मांग की है।
दरअसल, राहुल गांधी ने भोपाल में एक जनसभा में कहा था, “कांग्रेस में दो तरह के घोड़ों की बात होती थी—रेस के और बारात के। अब मैं तीसरी कैटेगरी जोड़ रहा हूं—लंगड़ा घोड़ा। हमें तय करना है कि कौन रेस का है, कौन बारात का और कौन लंगड़ा।”
इस टिप्पणी के बाद सतेंद्र लोहिया ने एक विस्तृत पोस्ट में लिखा कि यह शब्द न केवल असंवेदनशील है, बल्कि ‘दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016’ के तहत “लंगड़ा” जैसे शब्दों को कानूनी रूप से आपत्तिजनक माना गया है।
उन्होंने लिखा, “मैं एक दिव्यांग अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर हूं और इस देश का जिम्मेदार नागरिक भी। आपके वक्तव्य से मन बेहद आहत हुआ है। यह शब्द न केवल एक व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है, बल्कि करोड़ों दिव्यांगों के आत्मसम्मान को ठेस देता है।”
सतेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए “दिव्यांग” शब्द का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हमारी क्षमताओं को सम्मान देता है, न कि हमारी चुनौतियों को रेखांकित करता है।
उन्होंने राहुल गांधी से निवेदन किया कि वह इस बयान पर स्पष्टीकरण दें और आगे से दिव्यांगजनों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए शब्दों का चयन करें।
आदरणीय @RahulGandhi जी को विनम्र निवेदन
— Dr. Satendra Singh Lohiya डॉ.सतेंद्रसिंह लोहिया 🏊 (@SatendraSLohiya) June 5, 2025
आप देश के राष्ट्रीय स्तर के सम्माननीय राजनेता हैं, और मैं व्यक्तिगत रूप से आपका लंबे समय से आदर करता आया हूं। मैं एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का पैरा स्विमर हूं साथ में दिव्यांग हूं, और इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक भी हूं।
हाल ही में भोपाल में… pic.twitter.com/6kLR3hyp3p
