नई दिल्ली: पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत की recent military actions के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 12 मई 2025 को राष्ट्र को संबोधित करते हुए आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर भारत की स्पष्ट और aggressive नीति को सामने रखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन हमलों ने पाकिस्तान में आतंक की जड़ों को1 हिला दिया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नया ‘न्यू नॉर्मल’ स्थापित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों, ड्रोन ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं उनका हौसला भी थर्रा गया।” उन्होंने बहावलपुर और मुरीदके जैसे ठिकानों का जिक्र करते हुए कहा कि ये “ग्लोबल आतंक की युनिवर्सिटी रही है”, जिनके तार 9/11 जैसे वैश्विक हमलों और भारत में हुए दशकों के बड़े आतंकी हमलों से जुड़े थे।
भारतीय कार्रवाई का औचित्य बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्टर उजाड़ दिए।” उन्होंने पुष्टि की कि भारत के इन हमलों में “100 से अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया”, जिनमें वे खूंखार आतंकी भी शामिल थे जो अब तक पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे।
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान “घोर निराशा, हताशा और बौखलाहट” में घिर गया और उसने terror पर भारत का साथ देने के बजाय भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा Gurudwaras, Mandirs, आमजन के घरों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का आरोप लगाया, लेकिन साथ ही कहा कि इसमें पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया क्योंकि भारत के एयर डिफेंस सिस्टम के सामने उनके ड्रोन्स और मिसाइलें “तिनके की तरह बिखर गईं”।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत ने पाकिस्तान के “सीने पर वार” करते हुए उनकी वायुसेना के उन एयरबेस को भी नुकसान पहुंचाया, जिन पर उन्हें बहुत घमंड था। उन्होंने बताया कि पहले तीन दिन में ही भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह प्रभावित किया, जिसके बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा और 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क साधा।
पाकिस्तान की तरफ से सैन्य दुस्साहस न दिखाने की गुहार के बाद भारत ने अपनी जवाबी कार्रवाई को “सिर्फ स्थगित” किया है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान का हर कदम इस कसौटी पर मापा जाएगा कि वह क्या रवैया अपनाता है और भारतीय सेनाएं लगातार अलर्ट पर हैं।
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति में एक नई लकीर और ‘न्याय की अखंड प्रतिज्ञा’ बताया, जिसे 6 मई की देर रात और 7 मई की सुबह दुनिया ने परिणाम में बदलते देखा। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है और ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना होती है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं और परिणाम दिखाए जाते हैं।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब हर आतंकी संगठन जान चुका है कि भारत की बेटियों और बहनों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। भारत अपनी शर्तों पर जवाब देगा और आतंक की हर जड़ पर प्रहार करेगा। प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि भारत “न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा” और आतंक के ठिकानों पर सटीक प्रहार करेगा।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारत आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेगा। उन्होंने आतंकियों को विदाई देने उमड़े पाकिस्तानी आर्मी अफसरों को “स्टेट टेररिज्म का बहुत बड़ा सबूत” बताया और कहा कि भारत को बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाए जाएंगे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को New Age Warfare में भारत की श्रेष्ठता और ‘मेड इन इंडिया’ की प्रमाणिकता सिद्ध करने वाला बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के वॉरफेयर में मेड इन इंडिया का समय आ चुका है। उन्होंने देश की एकता को सबसे बड़ी शक्ति बताया।
प्रधानमंत्री ने दोहराया कि यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन आतंकवाद का भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ Zero Tolerance बेहतर दुनिया की गारंटी है। पाकिस्तान को सख्त लहजे में कहा कि जिस तरह से वह आतंक को खाद पानी दे रहा है, वह एक दिन खुद पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अपने Terror Infrastructure का सफाया करना होगा।
भारत का मत एकदम स्पष्ट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “टेरर और टॉक, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एकसाथ नहीं बह सकता।” उन्होंने विश्व समुदाय से कहा कि भारत की घोषित नीति रहेगी कि अगर पाकिस्तान से बात होगी तो वह Terrorrism और PoK पर ही होगी।
अंत में, बुद्ध पूर्णिमा का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध ने हमें शांति का मार्ग दिखाया है और यह मार्ग भी शक्ति से जाता है। उन्होंने कहा कि हर भारतीय शांति से जी सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली रहना अत्यंत आवश्यक है।
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— Narendra Modi (@narendramodi) May 12, 2025
