नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान के साथ 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति के कथित उल्लंघन को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार (11 मई 2025) को बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी समकक्ष को ‘हॉटलाइन’ पर एक संदेश भेजा है, जिसमें इन उल्लंघनों को उजागर किया गया और चेतावनी दी गई कि अगर भविष्य में ऐसी हरकतें दोहराई गईं तो भारत इसका ‘कठोर और स्पष्ट’ तरीके से जवाब देगा।
यह घटनाक्रम 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के कुछ ही घंटों बाद हुआ, जब नई दिल्ली ने इस्लामाबाद पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार (10 मई 2025) देर रात मीडिया को बताया था कि पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को तुरंत रोकने और स्थिति से ‘गंभीरता और जिम्मेदारी’ के साथ निपटने का आग्रह किया गया है।
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में पुष्टि की कि शनिवार रात और रविवार सुबह इन उल्लंघनों का भारतीय सेना ने मजबूती से जवाब दिया और उनसे उसी तरह निपटा गया “जैसा कि होना चाहिए।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने अब तक ‘बहुत संयम’ बरता है और उनकी कार्रवाई ‘केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उकसावे वाली’ रही है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि “हमारे नागरिकों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का निर्णायक बल के साथ सामना किया जाएगा।”
डीजीएमओ ने बताया कि रविवार सुबह भेजे गए हॉटलाइन संदेश में 10 मई की सहमति के उल्लंघनों पर प्रकाश डालते हुए यह स्पष्ट कर दिया गया है कि “अगर आज रात, बाद में या उसके बाद ऐसा दोहराया जाता है, तो हम इनका उग्र और दंडात्मक तरीके से जवाब देने के लिए दृढ़ व स्पष्ट इरादा रखते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने दिन में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की है और military commanders को सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए बनी सहमति के किसी भी उल्लंघन की सूरत में जवाबी कार्रवाई करने की पूरी छूट प्रदान की है। यह दर्शाता है कि भारतीय सेना किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
